tag:blogger.com,1999:blog-59578094657614228662024-02-07T21:38:51.129+05:30ये है औरत?बेशक ये कहें कि हम किसी से कम नहीं, लेकिन यहाँ है औरत का एक ऐसा चेहरा, जिसे आज का समाज स्वीकार नहीं कर रहाबलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.comBlogger41125tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-22381446975075890252010-06-09T22:29:00.003+05:302010-06-09T22:31:33.802+05:30दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बहू के साथ पोते और पोती को जहर दे दिया दादी अम्मा नेउत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक सास ने कथित तौर पर दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर अपनी बहू के साथ पोते और पोती को जहर दे दिया। पोते-पोती की मौत हो गई जबकि बहू का अस्पताल में इलाज चल रहा है।<br /><br />सहारनपुर के नूरबस्ती इलाके में हुई इस घटना में सास सन्नो(50) पर आरोप है कि मंगलवार को उन्होंने अपने पोते शादाब(4 माह) और पोती सानिया( 3 साल) को दूध में जहर मिलाकर मौत की नींद सुला दिया और बहू इमराना(29) को भी जहर देकर जान से मारने की कोशिश की। लेकिन, समय पर अस्पताल पहुंच जाने से उसकी जान बच गई। <br /><br />पीड़ित बहू ने बयान दिया है कि उनकी सास दहेज के लिए प्रताड़ित करती थी। पिछले कुछ समय से वह लगातार मायके से पैसे मंगाने का दबाव बना रही थी, इस कारण उनके बीच झगड़ा भी हुआ था।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-54259781240290830032010-01-11T10:20:00.005+05:302010-01-11T10:33:17.920+05:30तीन महिलाओं की हवस के शिकार मरणासन्न वेटर को नदी में फेंका गया, पुलिस तलाशी में जुटीपुलिस ने एक युवक का अपहरण करने और उसके साथ बलात्कार करने के आरोप में तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन महिलाओं पर आरोप है कि इन्होंने इस युवक के साथ चार दिनों तक बलात्कार किया और जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। पाकिस्तानी अखबार डेली टाइम्स के मुताबिक पीड़ित युवक की उम्र 23 वर्ष है और उसका नाम खलील मोहम्मद है। खलील, कराची के क्लिफटन (नीलम कॉलोनी) इलाके के एक छोटे से रेस्टोरेंट में वेटर का काम करता है। वह कुछ दिनों पहले ही रहिमयार खान शहर से कराची आया था।<br /><br />पूछताछ में खलील ने बताया कि 27 जनवरी की रात को एक व्यक्ति ने रेस्टोरेंट में आकर कहा कि बाहर कार में बैठीं महिलाओं को खाना देकर आओ। ऑर्डर देने के बाद वह व्यक्ति कार की तरफ चला गया। खाना देने के लिए जैसे ही खलील कार की तरफ गया, कार में बैठीं महिलाएं ने कहा कि वह इस इलाके में नई हैं और उन्हें इलाके की जानकारी नहीं है। खलील के मुताबिक उनमें से दो महिलाएं लगभग 25 साल की थी, जबकि तीसरी 30 साल से ज्यादा उम्र की थी।<br /><br />महिलाओं ने खलील से कहा कि वह उनके घर रोज खाना पहुंचा दिया करे और उनके साथ चलकर उनका घर देख ले। घर पहुंचने पर महिलाओं ने उसे पीने के लिए दूध दिया। जिसे पीने के बाद उसे नशा महसूस होने लगा। जैसे ही खलील को होश आया उसने देखा कि एक महिला उसके साथ अश्लील हरकतें कर रही थीं। कराची के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर असद रजा ने बताया कि महिलाओं ने चार दिन तक खलील के साथ दुराचार किया और उसके बाद उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। फिलहाल खलील की हालत काफी खराब है। उसके गुप्तांग से खून निकल रहा है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।<br /><br />रजा के मुताबिक महिलाएं कराची के पॉश इलाके क्लिफटन की हैं और अमीर परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। रजा ने कहा कि मामला जटिल है पर उन्हें उम्मीद है कि वो जल्द ही उन महिलाओं को गिरफ्तार कर लेंगे।<div><br /></div><div><a href="http://www.dailytimes.com.pk/default.asp?page=2009%5C02%5C02%5Cstory_2-2-2009_pg7_24">समाचार यहाँ पढ़िये</a></div><div><br /></div><div><a href="http://www.youtube.com/watch?v=yxYkhkYUn6c">IBN7 की खबर का वीडियो देखें यू-ट्यूब पर</a></div>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-68470719819479391622009-12-20T19:27:00.003+05:302009-12-20T19:45:35.884+05:30पति का दांतों पर ब्रश करने का ढंग पसंद नहीं : पत्नी ने तलाक मांगाएक 24 वर्षीय महिला सिर्फ इस आधार पर अपने पति से तलाक चाहती है क्योंकि उसे अपने पति का दांतों पर ब्रश करने का ढंग पसंद नहीं है। वे एक साल से एक-—दूसरे को जानते हैं और उनकी शादी पिछली मई में ही हुई है।<br /><br />इस महिला ने स्थानीय अदालत में तलाक के लिए अर्जी दे दी है। इसमें उसने कहा है, जिस तरीके से वह अपने दांत साफ करता है, मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है। मैं उसे कह-—कह कर थक गई हूं कि ब्रश ढंग से करे लेकिन वह है कि सुनता ही नहीं। यह किस्सा चांग क्विंग शहर की वांग नामक महिला और उसके पति का है।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com5tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-63146168780637601972009-09-22T07:04:00.000+05:302009-09-22T07:04:00.778+05:30प्रेमी के साथ मिलकर बेटी ने की अपने परिवार के 7 लोगों की हत्याहरियाणा के रोहतक में एक ही परिवार के सात लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दिए जाने के बाद हुई तफ्तीश में पुलिस को सच का पता चला तो सबके होश उड़ गए। कातिल कोई और नहीं बेटी निकली। कलंकित बेटी सोनम ने अपनी मां के दूध, पिता के प्यार और भाई-बहनों की मासूमियत का भी ख्याल नहीं किया। पूरे घर के सदस्यों को तड़पा-तड़पा कर मार डाला। जिस मां-बाप की गोद में बचपन बिताया उन्हें मौत के घाट उतारने में एक पल तक नहीं लगाया। सोनम ने हैवानियत की ये हद अपने प्रेमी नवीन को पाने के लिए पार की। और इस पूरी घटना को अंजाम देने में नवीन ने सोनम का बखूबी साथ दिया। <div><br /></div><div>योजना के तहत सोनम ने खाने में नशीली गोलियां मिली दी। जब पूरा परिवार बेहोश हो गया तो तब दोनों ने मिलकर एक के बाद एक, माता-पिता सुरेंद्र और प्रोमिला, दादी भूरी, भाई अरविंद और तीन नाबालिग भाई-बहन विशाल, सोनिका और मोनिका, कुल सात जनों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। यही नहीं, योजना के अनुसार सोनम ने भी बाद में वही खाना खाया जिससे वो बेहोश हो गई और उसे रोहतक के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन जब जांच किया गया तो पता चला कि उसके दूध में जहर नहीं मिला था। लड़की के दादा तकदीरसिंह बच गए, क्योंकि उन्होंने बहुत कम खाना खाया था। वे जाहिर तौर पर इसलिए बच गए, क्योंकि वे घर के बाहर सो रहे थे।<br /></div><div><br />दरअसल नवीन और सोनम के बीच लगभग एक साल से प्रेम संबंध था। पिछले साल 3 सितंबर को दोनों ने चुपचाप शादी भी कर ली। जब सोनम के घरवालों को प्रेम संबंध के बारे में पता चला तो उन्होंने सोनम पर निगरानी बढ़ा दी। घर वालों को सोनम का नवीन से मिलना जुलना पसंद नहीं था। सोनम के मां-बाप और दादी इस रिश्ते के आड़े आने लगे। लेकिन सोनम और नवीन किसी कीमत पर एक होना चाहते थे। प्यार का जुनून इनपर ऐसा सवार हुआ कि ये हैवानियत की हद पार कर गए। दोनों ने तय किया कि अगर घर वाले इन्हें मिलने नहीं देंगे तो फिर उन्हीं को रास्ते से हटाना जरूरी है। </div><div><br /></div><div>और फिर 14 सितंबर की रात इन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया।<br /><br /></div><div>दरअसल नवीन भी उसी गांव का रहने वाला है जिस गांव की सोनम है। और <b>दोनों का गोत्र भी एक</b> ही है। ऐसे में एक ही गोत्र में शादी को लेकर घर वाले कभी राजी नहीं हो सकते थे।</div><br />हत्याकांड के खुलासे ने जनमानस को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। आखिर यह कैसा प्रेम जो किसी में इतनी घृणा भर दे कि वह अपना खानदान ही खत्म कर डाले। हाल में घटी कई अन्य घटनाएं बता रही हैं कि बेटियां हत्यारिन बन रही हैं। वस्तुस्थिति यह है कि फैशन की चकाचौंध और फिल्मी दुनिया की रंगीनियों से भटक चुकी इन लड़कियों को उनके नैतिक कर्तव्य, शिक्षा, करियर के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com5tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-49949276239704145652009-03-07T08:31:00.000+05:302009-03-07T08:31:00.660+05:30झगड़ा हुआ तो पति का लिंग काट दिया !झगड़े के बाद एक पत्नी को अपने पति पर इतना गुस्सा आया कि उसने अपने सोए हुए पति का लिंग काट दिया। पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के अमराइवाडी इलाके में यह घटना हुई। 1 मार्च की शाम कैलाशबेन मकवाना (23) का अपने पति कानुसिंह (23) से झगड़ा हो गया। इस पर कैलाशबेन को इतना गुस्सा आया कि उसने चाय में बेहोशी की दवा मिला कर पिला दी और बेहोशी छाने पर रसोई के चाकू से उसका लिंग काट दिया। कानुसिंह का काफी खून बह गया था। उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उनका दो घंटे तक ऑपरेशन चला।<br /><br />डॉक्टरों का कहना है कि कानु की हालत अभी स्थिर है, लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। डॉ. गौतम के मुताबिक हमने स्किन ग्राफ्टिंग कर दी है। उन्हें पूरी तरह ठीक होने में 15-20 दिन लग सकते हैं। पुलिस ने कैलाशबेन को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पहले बताया पुलिस को बताया कि कुछ गहने गिरवी रखने को लेकर पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। बाद में यह खुलासा हुया कि इस आशंका में थी कि पति किसी दूसरी जवान महिला के फेर में उसे छोड़ न दे। <br /><br /><div>मूल समाचार<a href="http://timesofindia.indiatimes.com/Ahmedabad/Jealous-woman-bobbitises-husband/articleshow/4214854.cms"> यहाँ </a>पढ़ा जा सकता है।</div>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-40251415933123916252009-02-03T17:46:00.005+05:302009-02-03T17:53:38.465+05:30अमीर परिवारों की महिलायों ने चार दिन तक युवक से बलात्कार किया: युवक की हालत बेहद खराब<div> कराची पुलिस ने एक युवक का अपहरण करने और उसके साथ बलात्कार करने के आरोप में तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन महिलाओं पर आरोप है कि इन्होंने इस युवक के साथ चार दिनों तक बलात्कार किया और जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। पीड़ित युवक की उम्र 23 वर्ष है और उसका नाम खलील मोहम्मद है। </div><div><br /></div><div>पाकिस्तान के <a href="http://www.dailytimes.com.pk/default.asp?page=2009\02\02\story_2-2-2009_pg7_24">डेली टाइम्स की खबर</a> है कि खलील, कराची के क्लिफटन (नीलम कॉलोनी) इलाके के एक छोटे से रेस्टोरेंट में वेटर का काम करता है। वह कुछ दिनों पहले ही रहिमयार खान शहर से कराची आया था। खलील ने बताया कि 27 जनवरी की रात को एक व्यक्ति ने रेस्टोरेंट में आकर कहा कि बाहर कार में बैठीं महिलाओं को खाना देकर आओ। ऑर्डर देने के बाद वह व्यक्ति कार की तरफ चला गया। खाना देने के लिए जैसे ही खलील कार की तरफ गया, कार में बैठीं महिलाएं ने कहा कि वह इस इलाके में नई हैं और उन्हें इलाके की जानकारी नहीं है। खलील के मुताबिक उनमें से दो महिलाएं लगभग 25 साल की थी, जबकि तीसरी 30 साल से ज्यादा उम्र की थी।</div><div><br /></div><div>महिलाओं ने खलील से कहा कि वह उनके घर रोज खाना पहुंचा दिया करे और उनके साथ चलकर उनका घर देख ले। घर पहुंचने पर महिलाओं ने उसे पीने के लिए दूध जैसा द्रव दिया। जिसे पीने के बाद उसे नशा महसूस होने लगा। जैसे ही खलील को होश आया उसने देखा कि एक महिला उसके साथ अश्लील हरकतें कर रही थीं। महिलाओं ने चार दिन तक खलील के साथ दुराचार किया और उसके बाद उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। फिलहाल खलील की हालत काफी खराब है। उसके गुप्तांग से खून निकल रहा है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।</div><div><br /></div><div>रजा के मुताबिक <span class="Apple-style-span" style="font-weight: bold;">महिलाएं कराची के पॉश इलाके क्लिफटन की हैं और अमीर परिवारों से ताल्लुक रखती हैं।</span> </div><div><br /></div><div>मूल समाचार <a href="http://www.dailytimes.com.pk/default.asp?page=2009\02\02\story_2-2-2009_pg7_24">यहाँ</a> देखा जा सकता है</div>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-56810813423261846122009-01-06T19:44:00.000+05:302009-01-06T19:44:01.006+05:30सगी चाची के ट्रंक में मिली मासूम की लाशबेऔलाद सगी चाची के ट्रंक में मिली, डेढ़ वर्षीय अजय की लाश ये साफ बयां करती है कि दस बरस से एक औरत औलाद के लिए किस तरह बिलबिला रही होगी और उसने ये दिल दहला देने वाला कदम भी उठा लिया। 21 जून 2007 को मासूम अजय का पहला व अंतिम जन्मदिन पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया. महिलाएं यह कहकर मुंह में चुन्नी डाल लेती हैं कि एक औरत मासूम को मार डालेगी, हाय उसकी आत्मा भी नहीं कांपी। मृतक मासूम अजय, पेशे से किसान अमरजीत सिंह का इकलौता पुत्र था।<br /><br />बलकार सिंह की पहली पत्नी उर्मिला का करीब 12 बरस पहले निधन हो गया था और वह अपने पीछे दो बच्चे भी छोड़ गई थी, सुमित्रा से करीब दस बरस पहले उसका विवाह हुआ था। सुमित्रा को हर समय बच्चे की चाह लगी रहती थी, हालांकि उसका पति अपने दोनों बच्चों को उसे अपना बच्चा मानने के लिए कहता था, लेकिन ये बात कभी उसके गले नहीं उतरी<br /><br />मृतक मासूम अजय की चार वर्षीय बहन मनीषा को यकीन नहीं आ रहा है कि उसके इकलौते भाई को उसकी चाची की हवस निगल गई है। वह स्तब्ध है और बार-बार पूछ रही है कि उसका भाई कहां है। दादी जमुना देवी और दादा दल सिंह भी उम्र के इस पड़ाव में ये सब देखकर बैचेन हैं। उनके लिए दोनों ही उनके बेटे हैं। इस उम्र में बहू उनके नाम पर इतना बड़ा कलंक लगाएगी, ये उन्होंने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-64361552370047051762009-01-06T08:39:00.000+05:302009-01-06T08:39:00.395+05:30पति के अवैध संबंधों के बारे में पता चला तो उसके गुप्तांग ही जला दिए!दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई शहर एडीलेड में रहने वाले भारतीय मूल के सतीश नारायण की पत्नी रजनी नारायण ने यह बात कबूल कर ली है कि उसने अपने पति के गुप्त अंगो को जलाने की कोशिश की थी। रजनी ने अपने पड़ोसियों को बताया कि जब उसे पति के अवैध संबंधों के बारे में पता चला तो गुस्से में उसने उन्हें जलाने की कोशिश की थी। उसने कहा कि उसे इस बात का बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि इससे उसके पति सतीश की मौत हो जाएगी।<br /><br />रजनी ने पड़ोसियों को बताया था कि उसके पति का किसी दूसरी औरत के साथ अंतरंग संबंध थे, जबकि पत्नी होने के नाते पति के शरीर पर सिर्फ पत्नी का हक है। रजनी के वकील ने अदालत से अपील की है कि उसे मनोचिकित्सक से जांच के बाद जमानत दे दी जाए। गौरतलब है कि रजनी पर पहले हत्या के प्रयास का आरोप लगा था जिसे सतीश की मौत होने के बाद हत्या के आरोप में तब्दील कर दिया गया।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-39336217886922279732008-11-10T19:00:00.000+05:302008-11-10T19:00:01.071+05:30दादी ने किया पोती को वेश्यावृत्ति पर मजबूरएक दादी व उसके दो बेटों पर यह आरोप है कि उन्होंने नाबालिग पोती को जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया। इस घटना में तीन और लोग भी शामिल हैं। बुटाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर उसकी दादी, दो चाचा सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। आरोपी पिछले दो महीने से नाबालिग को डरा-धमाकर उससे जबरन वेश्यावृत्ति करा रहे थे। नाबालिग दसवीं की छात्रा बताई जा रही है। राष्ट्रीय सहारा में विकास सुखीजा की रिपोर्ट है कि पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल चेकअप करा लिया है। साथ ही अमित गर्ग की अदालत में पेशकर बयान कलमबंद करा दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने उसे एसडीएम के समक्ष भी पेश किया जहां पर नाबालिग के कहने पर उसे उसकी बहन को सौंपा गया है।<br /><br />गांव बैडसाल निवासी स्व. नरेंद्र सिंह की 15 वर्षीय बेटी कविता (बदला हुआ नाम) अपनी बहन के साथ थाने आकर अपनी दादी अमरजीत कौर, चाचा जोगिंद्र सिंह, सर्वजीत सिंह व तीन अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दी कि ये लोग उससे पिछले दो माह से डरा-धमकाकर वेश्यावृति करा रहे हैं। मना करने पर ये लोग उसके साथ मारपीट करते थे। पीड़िता ने बताया कि अभी तक उसके साथ कई दर्जन लोगों ने जबरन शारीरिक सबंधं बनाए हैं। इसी शहर की एक <a href="http://yehaiaurat.blogspot.com/2008/11/blog-post_09.html">दादी पर अपने पोते-पातियों को जन्म से पहले मार देने का सनसनीखेज आरोप</a> लगा था।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-88038549811677104532008-11-09T19:12:00.000+05:302008-11-09T19:12:13.567+05:30दादी बनी कंस: आठ बार बहू का गर्भ गिरवाया<span></span> राजा कंस की कहानी राजा कर्ण की नगरी में फिर से दोहराई गई है। फर्क केवल इतना है कि उस समय देवकी के बच्चे जन्म ले चुके थे लेकिन इस कहानी में मासूमों को गर्भ के भीतर ही मार दिया गया। बेहद आश्जर्यजनक बात यह है कि इस दरिंदगी को किसी मामा ने नहीं बल्कि एक दादी मां ने अन्धविश्वास के चलते अन्जाम दिया है।<br /><br />मामला उस समय सामने आया जब एक बार फिर दादी ने अपनी बहू का अपहरण करने के बाद उसके पेट में पल रहे आठ माह के बच्चे का जबरन गर्भपात करा दिया और उसे गंभीर हालत में स्थानीय बस स्टैंड के बाहर फेंककर फरार हो गई। ये उनका आठवां बच्चा था। <span>तांत्रिकों</span> <span>के</span> <span>मकड़जाल</span> <span>में</span> <span>फंसी</span> <span>सास</span> <span>ने</span> <span>आठ</span> <span>बार</span> <span>तांत्रिक</span> <span>सिद्धि</span> <span>से</span> <span>अपनी</span> <span>बहू</span> <span>की</span> <span>कोख</span> <span>में</span> <span>पल</span> <span>रहे</span> <span>बच्चों</span> <span>को</span> <span>पैदा</span> <span>होने</span> <span>से</span> <span>पहले</span> <span>ही</span> <span>मार</span> <span>डाला।</span> <span>आठवां</span> <span>गर्भ</span> <span>गिरने</span> <span>के</span> <span>बाद</span> <span>बेहोशी</span> <span>की</span> <span>हालत</span> <span>में</span> <span>विवाहिता</span> <span>को</span> <span>ट्रामा</span> <span>सेंटर</span> <span>में</span> <span>भर्ती</span> <span>कराया</span> <span>गया</span> <span>है।</span> <span>पुलिस</span> <span>ने</span> <span>आनंद</span> <span>विहार</span> <span>की</span> <span>रहने</span> <span>वाली</span> <span>विवाहिता</span> <span>कांता</span> <span>के</span> <span>बयान</span> <span>दर्ज</span> <span>कर</span> <span>छानबीन</span> <span>शुरू</span> <span>कर</span> <span>दी</span> <span>है।</span><br /><br /><span>अस्पताल</span> <span>में</span> <span>उपचाराधीन</span> <span>विवाहिता</span> <span>कांता</span> <span>के</span> <span>भाई</span> <span>राजेंद्र</span> <span>ने</span> <span>आरोप</span> <span>लगाया</span> <span>कि</span> <span>कांता</span> <span>की</span> <span>सास</span> <span>ने</span> <span>अपने</span> <span>पुत्र</span> <span>के</span> <span>मोह</span> <span>में</span> <span>फंसकर</span> <span>आठ</span> <span>बार</span> <span>गर्भ</span> <span>गिरवाने</span> <span>का</span> <span>काम</span> <span>किया</span> <span>है।</span> <span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">किसी</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">तांत्रिक</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">ने</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">कांता</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">की</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">सास</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">को</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">यह</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">कहा</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">था</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">कि</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">अगर</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">वह</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">बच्चे</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">को</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">जन्म</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">देगी</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">तो</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">उसके</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">पुत्र</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">की</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">मृत्यु</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">हो</span></span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0"> </span><span><span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">जाएगी</span>।</span> <span>कांता</span> <span>के</span> <span>परिजन</span> <span>बार</span>-<span>बार</span> <span>गर्भ</span> <span>गिरने</span> <span>से</span> <span>काफी</span> <span>हताश</span> <span>थे।</span><br /><br /><span>कांता</span> <span>के</span> <span>भाई</span> <span>राजेंद्र</span> <span>का</span> <span>कहना</span> <span>है</span> <span>कि</span> <span>इस</span> <span>बार</span> <span>वह</span> <span>अपनी</span> <span>बहन</span> <span>को</span> <span>राजौंद</span> <span>से</span> <span>करनाल</span> <span>ले</span> <span>आए</span> <span>थे</span> <span>और</span> <span>यहां</span> <span>उसके</span> <span>बच्चे</span> <span>को</span> <span>जन्म</span> <span>देने</span> <span>का</span> <span>मन</span> <span>बनाया</span> <span>था।</span> <span>राजेंद्र</span> <span>का</span> <span>कहना</span> <span>है</span> <span>कि</span> <span>उन्होंने</span> <span>अपनी</span> <span>बहन</span> <span>कांता</span> <span>की</span> <span>शादी</span> <span>करीब</span> 12 <span>वर्ष</span> <span>पहले</span> <span>कैथल</span> <span>जिले</span> <span>के</span> <span>राजौंद</span> <span>निवासी</span> <span>विजय</span> <span>से</span> <span>की</span> <span>थी।</span> <span>उसकी</span> <span>बहन</span> <span>आठ</span> <span>बार</span> <span>गर्भवती</span> <span>हुई</span>, <span>लेकिन</span> <span>एक</span> <span>भी</span> <span>संतान</span> <span>को</span> <span>वह</span> <span>जन्म</span> <span>नहीं</span> <span>दे</span> <span>पाई।</span> <span>राजेंद्र</span> <span>का</span> <span>कहना</span> <span>है</span> <span>कि</span> <span>इस</span> <span>बार</span> <span>उसकी</span> <span>बहन</span> <span>के</span> <span>गर्भ</span> <span>में</span> <span>आठ</span> <span>माह</span> <span>का</span> <span>बच्चा</span> <span>था</span>, <span>लेकिन</span> <span>इस</span> <span>बार</span> <span>भी</span> <span>उसके</span> <span>बच्चे</span> <span>को</span> <span>पैदा</span> <span>होने</span> <span>से</span> <span>पहले</span> <span>ही</span> <span>खत्म</span> <span>कर</span> <span>दिया</span> <span>गया।</span> <span>कांता</span> <span>की</span> <span>सास</span> <span>ने</span> <span>फिर</span> <span>उसकी</span> <span>बहन</span> <span>का</span> <span>अपहरण</span> <span>कर</span> <span>लिया</span> <span>और</span> <span>तांत्रिक</span> <span>सिद्धि</span> <span>से</span> <span>उसके</span> <span>गर्भ</span> <span>को</span> <span>गिरा</span> <span>डाला</span> <span>है।</span> <span>कांता</span> <span>को</span> <span>कार</span> <span>में</span> <span>सवार</span> <span>होकर</span> <span>आए</span> <span>दो</span> <span>व्यक्तियों</span> <span>की</span> <span>मदद</span> <span>से</span> <span>उसकी</span> <span>सास</span> <span>उठाकर</span> <span>ले</span> <span>गई</span> <span>थी।</span> <span>बेहोशी</span> <span>की</span> <span>हालत</span> <span>में</span> <span>उसकी</span> <span>बहन</span> <span>करनाल</span> <span>के</span> <span>बस</span> <span>अड्डे</span> <span>पर</span> <span>मिली।</span> <span>कांता</span> <span>के</span> <span style="font-weight: bold;">पति</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">विजय</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">ने</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">भी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">आशंका</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">जताई</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">है</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">कि</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">उसकी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">मां</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">ने</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">बच्चों</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">को</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">कोख</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">में</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">ही</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">मारने</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">का</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">काम</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">किया</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">है।</span> <span>पुलिस</span> <span>ने</span> <span>अस्पताल</span> <span>में</span> <span>कांता</span> <span>के</span> <span>बयान</span> <span>दर्ज</span> <span>करने</span> <span>के</span> <span>बाद</span> <span>छानबीन</span> <span>शुरू</span> <span>कर</span> <span>दी</span> <span>है।</span><br /><div class="hl_holder" id="hl_m_holder"></div><div class="hl_holder" id="hl_b_holder"></div>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-90134074901384594832008-11-07T22:18:00.001+05:302008-11-07T22:32:00.934+05:30बेटा पैदा करने के लिए कोई दबाव नहीं, फिर भी एक माँ ने तीन बेटियों को मार डालाएक बेटा पैदा करने की चाहत में उड़ीसा के पुरुषोत्तम गांव की एक 31 वर्षीया महिला शुभद्रा दास ने 5 नवम्बर को अपनी 7 वर्षीय बेटी पद्मिनी को नींद में ही घर के पिछवाड़े में बने तालाब में ले जाकर डूबो दिया। इसी तरह उसने अपनी दूसरी बेटी 4 वर्षीया सुमित्रा को भी मार डाला। जब पुलिस को तलाब से दो बच्चियों की लाश मिली, तो उसने शुभद्रा से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान शुभद्रा ने इस बात का खुलासा किया कि, कुछ हफ्ते पहले ही उसने अपनी तीसरी नौ महीने की बच्ची का गला घोंटकर हत्या की है। चौंकाने वाली बात यह है कि शुभद्रा ने ये बात स्वीकार की, उसने अवसाद और परेशानी में ऐसा अमानवीय काम किया। अवसाद से घिरी शुभद्रा ने खुद को भी मारना चाहा, लेकिन वो जिंदा बच गई। शुभद्रा ने कहा कि, “मैंने अपनी तीनों बेटियों को मारने के बाद खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन इसके बावजूद मैं जिंदा बच गई।” पुलिस का कहना है कि <strong><span style="color:#3333ff;">शुभद्रा दास पर अपने पति या फिर ससुराल वालों की तरफ से बेटा पैदा करने के लिए कोई दबाव नहीं था।</span></strong><br /><br /><p>सीएनएन-आईबीएन पर जजाति करण के अनुसार केन्द्रपाड़ा के उप-प्रभागीय पुलिस अधिकारी जयदेव सारंगी ने कहा कि, “जांच के बाद हमें मालूम चला कि शुभद्रा को इस बात का मलाल था कि बेटा न होने की वजह से उसके परिवार में अंतिम संस्कार कोई नहीं कर पाएगा, और इसी बात से वह काफी परेशान थी।” सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की हत्याएं धार्मिक मान्यताओं के चलते होती है। ऐसे ही एक सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति रंजन दास ने कहा कि, “<strong>हमारे यहां ‘पिंड दान’ जैसी कई प्रथाएं हैं जिसे केवल एक बेटा ही सम्पन्न कर सकता है, और ऐसी प्रथाएं ही लोगों को ऐसे अमानवीय कार्य करने के लिए मजबूर करती है।</strong>”</p><br /><br /><p>जजाति करण का आगे कहना है 'शायद यही वजह है कि शुभ्रदा दास जैसी महिलाएं अपनी तीन बेटियों की हत्या करने के बाद भी एक बूंद आंसू नहीं बहाती हैं।'</p>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-91277122906095784672008-11-03T19:58:00.002+05:302008-11-03T20:01:47.782+05:30चार प्रेमियों की मदद से पति को मार डालाबिजनौर के ग्राम हिदायतपुर चौहड़वाला निवासी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य की, उसकी पत्नी ने चार प्रेमियों के साथ हथौड़े से प्रहार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी महिला को एक प्रेमी समेत गिरफ्तार कर लिया है। उस समय हर कोई हतप्रभ रह गया जब इस शातिर महिला ने न केवल प्रेमी लीला सिंह के साथ रहने की इच्छा जताई बल्कि खुलेआम कहा कि पति की हत्या करने का उसे कोई अफसोस नहीं है। उसने अपने <span style="font-weight: bold;">चारों बच्चों से भी नाता तोड़ने का एलान पुलिस के सामने ही</span> कर दिया।<br /><br />ग्राम हिदायतपुर चौहड़वाला निवासी 50 वर्षीय पूर्व बीडीसी सदस्य परमानंद धीमान की पशुशाला में सोते समय 30 अक्टूबर की रात लगभग 11 बजे हत्या कर दी गई। जांच के दौरान सुराग मिला कि हत्या उसकी पत्नी 47 वर्षीया दयावती ने चार प्रेमियों की मदद से की। पूछताछ में दयावती टूट गई और बताया कि उसने गांव के ही चार प्रेमियों लीला, दलवीर सिंह, हरकेश व करन के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। उसने बताया कि <span style="font-weight: bold;">अवैध संबंधों को लेकर पति उसे आये दिन डांटता व पीटता था। उससे निजात पाने के लिये ही उसने चारों प्रेमियों के साथ योजना बनाकर हत्या कर दी।</span>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-81192090001569314622008-10-22T17:54:00.003+05:302008-10-22T17:59:03.735+05:30एक बार फिर, ममता को एक कलियुगी मां ने कलंकित कियाएक बार फिर से ममता को एक कलियुगी मां ने कलंकित किया। जम्मू के एसएसजीएस अस्पताल में 20 अक्टूबर को बच्ची का इलाज कराने के बहाने आई एक महिला दूधमुही बच्ची को छोड़कर फरार हो गई। अस्पताल प्रशासन ने उक्त महिला को काफी तलाशा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। फिलहाल बच्ची को एसओएस होम को सौंप दिया गया है। ममता को शर्मसार करने वाली यह घटना शहर के एसएसजीएस अस्पताल में रविवार रात को घटी।<br /><br />रविवार रात को एक महिला दस दिन की दुधमुही बच्ची को लेकर पहुंची। उसने अस्पताल के वार्ड नंबर एक में एक महिला को यह कह कर अपनी बच्ची को थमा दिया कि वह उसके लिए दवाई लेने बाहर जा रही है और वह उसका कुछ देर ख्याल रखे। महिला काफी देर तक उस बच्ची को गोद में लिए उसकी मां का इंतजार करती रही और जब वह काफी देर तक नहीं लौटी तो उसे कुछ शक हुआ। बाद में उस महिला ने अस्पताल प्रशासन को इस बारे सूचित किया। अस्पताल प्रशासन ने उस बच्ची की मां को अस्पताल में काफी खोजा, लेकिन वह नहीं मिली। बाद में उन्होंने पुलिस को सूचित किया।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com5tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-21691790128965365912008-09-12T20:49:00.006+05:302008-09-12T21:00:02.044+05:30प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला और लाश के पास ही रंगरेलियाँ मनायीइश्क व हवस की भूख में अंधी एक विवाहिता ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति का गला दबाकर हत्या कर दी। <span style="font-weight: bold;">हत्या करने के बाद महिला ने अपने पति की लाश के पास ही प्रेमी के साथ रंगरेलिया </span>मनाकर बेशर्मी की सारी हदें पार कर दीं। पति की चाची कोयल के जाग जाने पर उसका प्रेमी भाग निकला। पुलिस ने कोयल की शिकायत पर महिला व उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया है जबकि प्रेमी फरार है।<br /><br />यह मामला <span>गुड़गांव,</span> खंड पटौदी के गांव खोड का है। 32 वर्षीय प्रकाश मजदूरी का काम करता था। उसके तीन बच्चे हैं। उसकी पत्नी सुशीला का पड़ोसी आजाद के साथ नाजायज संबध थे। इसको लेकर प्रकाश व सुशीला में आए दिन झगड़ा होता रहता था। इस बीच सुशीला व आजाद ने अपने प्यार के बीच रोड़ा बनने वाले प्रकाश को हटाने की योजना बना डाली। 10 सितम्बर की रात जब प्रकाश सो रहा था, तो सुशीला ने अपने प्रेमी को बुला लिया व सोते हुए प्रकाश का बेल्ट से गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद इश्क में अंधी सुशीला व आजाद ने प्रकाश की लाश के पास ही हवस का नंगा <span>नाच</span> खेला। इस बीच मृतक की चाची कोयल जाग गई। पास से सुशीला के छोटे लड़के के रोने की आवाज आ रही थी। जब वह काफी देर तक चुप नहीं हुआ तो कोयल प्रकाश के कमरे की ओर गई तो वहां का नजारा देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। <span style="font-weight: bold;">एक</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">तरफ</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">प्रकाश</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">की</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">लाश</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">पड़ी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">थी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">तो</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">दूसरी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">ओर</span> <span style="font-weight: bold;">सुशीला</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">एक</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">आदमी</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">के</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">साथ</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">रंगरेलियां</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">मना</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">रही</span><span style="font-weight: bold;"> </span><span style="font-weight: bold;">थी।</span><span style="font-weight: bold;"> </span>परिजनों को आता देखकर आजाद मौके से फरार हो गया।<br /><br />इस दौरान सुशीला ने परिजनों को बताया कि उसने व आजाद ने प्रकाश की गला दबाकर हत्या कर दी है। पुलिस ने कोयल की शिकायत पर सुशीला व उसके प्रेमी आजाद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर सुशीला को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका प्रेमी अभी फरार है।<br /><span style="font-size:85%;"><span style="font-style: italic;">(</span><span style="font-style: italic;">विभिन्न</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">समाचार</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">माध्यमों</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">द्वारा</span><span style="font-style: italic;">)</span></span>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-49209687182754310482008-09-11T08:56:00.000+05:302008-09-11T08:56:02.370+05:30सीरियल देखने नहीं मिला: पत्नी ने फाँसी लगायीछ्त्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में टिकरापारा के विनायक अपार्टमेंट मे रेल कर्मी अनुराग सैनी खाना खाने घर पहुचे। उसकी पत्नी मंजू सैनी (32) उस समय एक सीरियल देख रही थी। पति ने टीवी का चैनल बदलकर न्यूज चैनल लगा दिया जिस पर दोनों के बीच विवाद हो गया।<br /><br />पत्नी ने खाना परोसा तथा कमरे मे चली गयी। काफी देर तक उसके वापस नही आने पर पति ने आवाज लगायी बाद में वह कमरे में गया तो उसके होश उड़ गये। उसने पत्नी को फांसी पर लटकता पाया।<br /><br />यह ख़बर पिछले दिनों स्थानीय समाचार पत्रों में आयी थी।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-45979666777148851072008-09-08T18:44:00.001+05:302008-09-08T18:47:41.293+05:30पति की हत्या कर पत्नी प्रेमी संग फरारसात फेरे लेने और जीवन भर साथ रहने की कसमें खाने के बाद भी एक रिश्ता बेमानी हो गया। दादरी कोतवाली क्षेत्र के राव विहार में शनिवार देर रात पत्नी ने प्रेमी के संग मिलकर पति की हत्या कर दी। महिला तीन बच्चों की मां है और मृतक डीडीए का कर्मचारी था। मर्डर की सूचना के बाद भी कोई कार्रवाई न हुई तो गुस्साए लोगों ने डेड बॉडी को जीटी रोड पर रखकर जाम लगा हंगामा काटा। <span style="font-weight: bold;">घटना के बाद महिला, उसके तीन बच्चे और उसका प्रेमी फरार</span> हो गए है। मृतक के पिता ने दादरी कोतवाली में पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।<br /><br />नवभारत टाइम्स के मुताबिक, खुसेर्दपुरा निवासी अजयपाल पुत्र सरदार सिंह पिछले एक साल से पत्नी बेबी उर्फ नीलम और तीन बच्चे के साथ दादरी की राव विहार कॉलोनी में रहता था। सरदार सिंह का कहना है कि उसके बेटे ने उसे किसी काम से रविवार को दादरी बुलाया था। जब वह रविवार की सुबह उसके मकान पर पहुंचा तो घर का गेट लगा हुआ था। जब वह गेट खोल कर अंदर गया तो उसका बेटा मरा हुआ मिला। इससे देख वह बिलखने लगा। उसके रोने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। घटना की सूचना लोगों ने पुलिस को दी।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-18366266570531003482008-09-05T21:01:00.003+05:302008-09-05T21:13:26.934+05:30एक सच्ची घटना, जिसके सामने एकता कपूर के सीरियल भी फेल!<a onblur="try {parent.deselectBloggerImageGracefully();} catch(e) {}" href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhz_3Eo1kEZNZhS4XKRq0lAZz5LzraHIVHx37V3tYxzrQmliuEsrq3PMAqjTfdhyphenhyphenG9noCM2GdqJdgDSeXwEtGS0bzPOcwnxPQreltq_X43cwJfmgJ5Jaz-P6FsURnS1pBGfJ2l8Orfh9NU/s1600-h/wedding_hands.jpg"><img style="margin: 0pt 10px 10px 0pt; float: left; cursor: pointer;" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhz_3Eo1kEZNZhS4XKRq0lAZz5LzraHIVHx37V3tYxzrQmliuEsrq3PMAqjTfdhyphenhyphenG9noCM2GdqJdgDSeXwEtGS0bzPOcwnxPQreltq_X43cwJfmgJ5Jaz-P6FsURnS1pBGfJ2l8Orfh9NU/s200/wedding_hands.jpg" alt="" id="BLOGGER_PHOTO_ID_5242562810496663970" border="0" /></a>गुड़गांव में एक लड़की ने खराब दिमागी हालत वाले लड़के से उसकी मजबूत आर्थिक स्थिति देखते हुए शादी कर ली और चार महीने के अंदर ही प्रॉपर्टी के लालच में अपने परिवारजनों संग मिलकर सास-ससुर की हत्या की साजिश रच डाली। साजिश में शामिल ससुर के ड्राइवर ने योजना को अंजाम दिए जाने से पहले ही मालिक के सामने इसका खुलासा कर दिया और फिर कवायद शुरू हुई बहू के खिलाफ सबूत जुटाने की। ड्राइवर ने बहू का फोन टेप किया और विडियो फिल्म भी बनाई। सबूतों के साथ ससुर पुलिस के पास पहुंचे और 3 सितम्बर को साजिशकर्ता गिरफ्त में आए।<br /><br />खबरों के मुताबिक आदर्श नगर दिल्ली निवासी कृष्णा देवी ने अपनी बेटी शिल्पी की शादी इसी साल 27 अप्रैल को सेक्टर 23 में रहने वाले रिटायर्ड कर्नल राजीव कुमार गोयल के बेटे कपिल गोयल के साथ की थी। पुलिस के मुताबिक कपिल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और उसे नियमित अंतराल पर फिजियोथैरपी के लिए डॉक्टर के पास ले जाना पड़ता है। शिल्पी को शादी से पहले इस बारे में बता दिया गया था और उसकी रजामंदी से ही शादी हुई, लेकिन एक महीने बाद ही वह कपिल से अलग रहने लगी। घर में मनमानी करने पर उसकी कई बार सास-ससुर से झड़प भी हुई। इसके बाद शिल्पी उन दोनों को रास्ते से हटाने की योजना बनाने लगी। इसमें शिल्पी ने अपनी मां कृष्णा और भाई सचिन के अलावा ससुर के ड्राइवर अशोक को भी 40 लाख रुपये का लालच देकर शामिल कर लिया। योजना के मुताबिक कर्नल व उनकी पत्नी को गाड़ी से एक्सीडेंट करके मारना था। अगस्त में ड्राइवर का हृदय परिवर्तन हुआ और उसने सारा किस्सा अपने मालिक के सामने खोल दिया।<br /><br />इसके बाद फिल्मी अंदाज में गोयल और अशोक ने बहू की साजिश के सबूत जुटाने शुरू किए। सबसे पहले ड्राइवर व शिल्पी की फोन पर होने वाली बातचीत को टेप किया गया। इसके बाद उस होंडा सिटी कार में कैमरे फिट किए गए, जिसमें कर्नल व उनकी पत्नी कपिल को थैरपी के लिए डॉक्टर के पास लेकर जाया करते थे। ड्राइवर ने गाड़ी में ही शिल्पी से साजिश के बारे में बात कर डाली, जिससे विडियो क्लिप का सबूत तैयार हो गया। कर्नल ने 20 अगस्त को पुलिस के आला अधिकारियों से मिलकर सारी कहानी सबूत के साथ पेश की।<br /><br />थाना पालम विहार पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी और बुधवार को शिल्पी, उसकी मां और भाई को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को एडिशनल चीफ ज्युडिशियल मैजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस शिल्पी के मोबाइल फोन की बरामदगी के प्रयास कर रही है।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-40362911807875195352008-08-30T03:51:00.000+05:302008-08-30T03:51:00.382+05:30बहन ने, बहन को वेश्यावृत्ति में धकेलालखनऊ से आकर रोहिणी में बहन के साथ रह रही एक युवती ने अपनी बहन पर उसे सेक्स रैकिट में धकेलने का आरोप लगाया है। एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर की मदद से बहन के चंगुल से भागी इस 13 साल की युवती ने बताया कि उसकी बहन रोहिणी के सेक्टर चार में एक सेक्स रैकिट चलाती है। महिला आयोग की पहल पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। रश्मि (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उसका जीजा 15 दिन पहले उसकी गर्भवती बहन की मदद करने के बहाने से उसे दिल्ली लाया था। दिल्ली आने के बाद उसने अपनी बहन के घर हर छोटा-बड़ा काम किया। उसने बताया कि कुछ दिन तो सबकुछ ठीकठाक रहा, लेकिन एक दिन उसकी बहन ने उसे कस्टमर का मनोरंजन करने से पहले जीजा के साथ प्रैक्टिस करने को कहा। उसने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया, लेकिन उसे जबरन इस धंधे में धकेल दिया गया। उसने बताया कि घर में हर हफ्ते काफी आदमी और लड़कियां आती थीं।<br /><br />रश्मि ने बताया कि जब यह सब उसके बस से बाहर हो गया, तो उसने भागने का प्लान बनाया। बुधवार को वह दूध लाने का बहाना करके घर से भाग आई। घर से निकलते समय उसके पास कुछ कपड़े और महज 50 रुपये थे। वह लखनऊ जाना चाहती थी, लेकिन इतने बड़े शहर में वह भटक गई। तभी उसकी मदद के लिए एक ऑटो ड्राइवर राधे आगे आए। राधे ने बताया कि रश्मि ने उसे पूरी कहानी बताई। उन्होंने प्राइमरी स्कूल की टीचर सपना चौधरी से राय ली। उन्होंने महिला आयोग जाकर मामला दर्ज करवाने की सलाह दी।<br /><br />इसके बाद रश्मि को महिला आयोग ले जाया गया। आयोग की मेंबर मंजू एस हेमब्रॉम की पहल पर मामला दर्ज कर लिया गया। रश्मि का मेडिकल चेकअप भी किया गया है। मंजू ने बताया कि रश्मि की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि लड़की को वापस लखनऊ भेज दिया जाएगा।<br /><span style="font-size:85%;"><span style="font-style: italic;">(</span><span style="font-style: italic;">समाचार</span><span style="font-style: italic;">, </span><span style="font-style: italic;">विभिन्न</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">समाचार</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">पत्रों</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">से</span><span style="font-style: italic;">)</span></span>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-24159391946697470242008-08-23T14:40:00.000+05:302008-08-23T14:40:00.732+05:30जन्माष्टमी पर जुआ! महिलाएं भी पीछे नहींजन्माष्टमी पर जुआ! यह कोई अनोखी बात नहीं। पर इस बार यह कहा जा रहा है कि कृष्ण जन्माष्टमी पर मर्द ही नहीं, औरतें भी क्लबों, होटलों और फार्महाउसों में जमकर जुआ खेलेंगी। कई होटलों में तो औरतों के लिए स्पेशल टेबल भी बुक किए गए हैं ताकि वे आराम से दांव लगा सकें। इसके अलावा किटी पार्टियों में भी ताश की जबरदस्त बाजियां लगाई जाने वाली हैं।<br /><br />जैसा कि उर्वी शाह कहती हैं, हम किसी सहेली के घर इकट्ठा हो जाते हैं और वहां पर जुआ खेलते हैं। इससे हमारी रूटीन किटी पार्टियों में अलग ही रंग आ जाता है। हां, हम यह तय कर लेते हैं कि हमें किस हद तक दांव लगाना है। हम कोई पक्के जुआरी तो हैं नहीं। हमारा इरादा तो बस मजे करना होता है।<br /><br />तीन पत्ती यहां का सबसे पॉपुलर कार्ड गेम है। वैसे यहां हर तरह का खेल खेला जाता है- कलर्स, सीक्वेंस, ऑल्टरनेट, ऑड इवेन, डर्बी, सब कुछ। बहुत सी औरतें तो होटल मे कमरा बुक करके भी इस मजे को लूटने से पीछे नहीं हटतीं।<br /><br />इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़ी कृपा कहती है, मेरी 30 सहेलियां जन्माष्टमी के दिन घर पर आ जाती हैं। सभी अपने-अपने घर से कुछ न कुछ पकाकर लाती हैं। हम सब मिलकर खाते-पीते हैं और इसके बाद ताश की बाजी लगती है। मजाल है कि कोई बाजी छोड़कर उठ जाए। इसे अशुभ माना जाता है।<br /><br />पोकर को पहले मर्दों का खेल माना जाता था। पर अब इसमें भी यह बंटवारा खत्म हो गया है। तीन पत्ती की तरह इसमें भी बस थोड़ा सा दिमाग लगाने की जरूरत होती है। उर्वी शाह कहती हैं, हम 10,000 रुपए से ज्यादा का जुआ नहीं खेलते। बस, मजे के लिए इतना ही काफी है।<br /><span style="font-size:85%;"><span style="font-style: italic;">(</span><span style="font-style: italic;">शब्दश</span><span style="font-style: italic;">: </span><span style="font-style: italic;">इकोनोमिक</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">टाइम्स</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">से</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">साभार</span><span style="font-style: italic;"> )</span></span>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-42816508704087411662008-08-23T08:35:00.006+05:302008-08-28T08:17:51.824+05:30पति से झगड़े के बाद बेटे को खाड़ी में फेंकामुम्बई की ख़बर है, पति के साथ हुए झगड़े के बाद गुस्साई एक मां ने चलती लोकल में से अपने तीन साल के बेटे को भाईंदर खाड़ी में फेंक दिया और उसके बाद नौ साल की बेटी व सात वर्षीय दूसरे बेटे के साथ स्वयं छलांग लगाने की कोशिश की। डिब्बे में रही अन्य महिला यात्रियों ने उस महिला व बच्चों को पकड़ लिया जिससे उनकी जान बच गई। तीन वर्षीय यश नामक लड़के की खाड़ी में फेंके जाने से मौत हो गई।<br /><br />मुम्बई के मालाड स्थित कुरार व्हिलेज में रहने वाली छाया का उसके पति के साथ अक्सर घर की बातों को लेकर झगड़ा होता रहता था। नवभारत टाइम्स के अनुसार, एक औद्योगिक इकाई में काम करने वाला पति कमलाकर कदम दोपहर के खाने के लिए घर आया और उसने पत्नी को खाना गरम करने को कहा। उसी वक्त पति पत्नी में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। गुस्साई पत्नी ने तीन वर्षीय बेटे यश, सात साल के घनश्याम एवं दस वर्षीय बेटी वर्षा को अपने साथ लिया और ट्रेन पकड़ कर विरार गई और फिर विरार से चर्चगेट की ओर आने लगी। उसी दौरान लोकल जैसे ही भाईंदर खाड़ी पर पहुंची उसने यश को खाड़ी में फेंक दिया और अन्य दो बच्चों के स्वयं आत्महत्या करने के लिए छलांग लगानी चाही।<br /><br /><span style="font-weight: bold;">अपडेट-27 अगस्त</span><span style="font-weight: bold;">:</span> छाया कदम ने भायखला जेल के शौचालय में फांसी लगा ली। जेल में बंद छाया ने अपनी साड़ी को फांसी का फंदा बनाया।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-50700752537294907112008-08-16T22:27:00.004+05:302008-08-16T22:31:00.790+05:30महिलाओं ने पोती, महिला के मुंह पर कालिखस्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कांगडा जिले के पालमपुर थाना के गांव मट्ट में एक विवाहिता के मुंह पर कालिख पोत कर उसे गांव में घुमाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला के साथ ऐसा सलूक करने वाले कोई और नहीं, गांव के महिला मंडल के ही सदस्य थे। कांगड़ा जिले में संभवत : यह इस प्रकार का पहला मामला है। पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है।<br /><br />जागरण की ख़बर के मुताबिक उक्त गांव की विवाहिता बीना देवी पत्नी राजेश कुमार को यह सजा इसलिए मिली क्योंकि उसका गांव के ही एक अविवाहित युवक <span style="font-weight: bold;">अजीत कुमार पुत्र मिलाप चंद के साथ उसका प्रेम प्रसंग </span>बताया जा रहा है। इसी चक्कर में <span style="font-weight: bold;">गांव से फरार होने व उसके बाद अजीत कुमार की लाश</span> नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के छू घेरा में मंगलवार रात को मिली थी। पालमपुर थाना के प्रभारी बदरी सिंह ने इस बात की पूष्टि करते हुए बताया कि पुलिस को इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने उक्त गांव में पहुंच कर स्थिति पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि पुलिस गांव की 25 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-25505375474700601902008-08-04T19:28:00.003+05:302008-08-04T19:35:01.793+05:30सौतन के पेट पर लातें मार कर, जुड़वां बच्चे गिराए<p>बच्चों का सुख हासिल करने के लिए एक व्यक्ति ने अपनी पहली पत्नी की सहमति से दूसरी शादी रचाई। फिर दो साल तक बच्चे होने का इंतजार किया। लेकिन पहली पत्नी को सौतन की खुशी बर्दाश्त नहीं हुई और उसने बिना वजह झगड़ा कर उसके पेट में इतनी लातें मारीं, जिससे उसके पेट में पल रहे जुड़वां बच्चे गिर गए। फाजिल्का के महिंदर की यह दूसरी शादी थी। पहली पत्नी दारो बाई से बच्चा न होने के चलते उसने दारो बाई की सहमति से दूसरी शादी की। पहले तो सब ठीकठाक चलता रहा। दो साल बाद जब रानो के गर्भ में छह महीने के दो जुड़वां बच्चे पल रहे थे, तो दारो बाई से सौतन की खुशी बर्दाश्त नहीं हुई। वह कई दिनों से रानो बाई से बात-बात पर झगड़ती थी। बीते शनिवार की शाम दारो बाई ने पति महिंदर सिंह की गैरहाजिरी में रानो से झगड़ा किया और उसे जमीन पर गिराकर उसके पेट में लातें मार-मारकर उसके पेट में पल रहे दोनों बच्चे गिरा दिए। </p> <p>सूचना मिलने पर माहला राम ने खून से लथपथ रानो को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने रानो के बयान दर्ज कर उसकी सौतन दारो बाई के खिलाफ भादंसं की धारा 316 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। </p> <p>महिंदर सिंह दारो बाई की करनी से बेहद क्षुब्ध है। वह अस्पताल बैठा हुआ लगातार रो रहा है। </p>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-68898185217317813862008-07-19T18:35:00.001+05:302008-07-19T18:36:20.946+05:30जीजा ने शादी से इंकार किया तो साली ने भांजी का अपहरण कर प्रताड़ित कियाअपनी बहन की मौत के बाद साली ने जीजा से विवाह करने की इच्छा जताई। जीजा ने साली से विवाह करने से इनकार किया तो नाराज साली ने अपनी भांजी का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद उस साली ने अपनी बहन की बेटी को तरह-तरह से प्रताड़ित किया। आखिरकार मुंब्रा पुलिस ने 14 साल आयशा को उसकी मौसी के चंगुल से छुड़ाया और मौसी के एक साथी को गिरफ्तार किया। <span style="font-weight: bold;">फरार मौसी बदरूनिशा ने अग्रिम जमानत ले रखी है</span> पुलिस उसकी जमानत अवधि खत्म होने का रास्ता देख रही है।<br /><br />नवभारत टाइम्स की ख़बर है कि जहीर बेग अपनी बेटी आयशा व पत्नी के साथ मुंब्रा के कौसा परिसर में रहता था। साल 2004 में जहीर की पत्नी की मौत हो गई थी। पत्नी के मौत के बाद छोटी आयशा की देखभाल के लिए पिता जहीर ने दूसरा विवाह करने की सोची। जहीर की मृत पत्नी की बहन बदरूनिशा ने अपने जीजा के सामने स्वयं के विवाह का प्रस्ताव रखा। जीजा ने साली से विवाह करने से साफ इनकार कर दिया था। इसके बाद से नाराज बदरूनिशा ने जीजा से बदला लेने की ठान ली। पिछले दिनों मौका पाकर बदरूनिशा ने जहीर की बेटी आयशा का अपहरण कर लिया और उसे मीरा रोड स्थित अपने दोस्त इरफान के घर में कैद कर रख दिया। बदरूनिशा जीजा से बदला लेने के लिए <span style="color: rgb(0, 0, 0); background-color: rgb(255, 255, 0);" highlighter="#ff0">अपहरण के बाद आयशा को प्रताडि़त करने लगी और आयशा से कहा कि वह पुलिस में अपने पिता के खिलाफ यौन प्रताड़ना का मामला दर्ज कराए। </span><br /><br />इसी बीच आयशा ने अपनी मौसी बदरूनीशा के मोबाइल फोन से अपने पिता के मोबाइल पर कई बार मिस कॉल दिया। मिस्ड कॉल मिलता देख जहीर को संदेह हुआ और उसने यह बात मुंब्रा पुलिस को बताई। मुंब्रा पुलिस ने इस कॉल को ट्रेस किया और फिर मीरा रोड स्थित एक घर पर छापा मारकर वहां बंद आयशा को उसकी मौसी के चंगुल से मुक्त कराया। पुलिस ने वहां उपस्थित इरफान नामक युवक को धर दबोचा। आयशा को उसके पिता के हवाले किया गया है।<div class="hl_holder" id="hl_m_holder"></div><div class="hl_holder" id="hl_b_holder"></div>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-5837655268432952442008-07-14T17:57:00.000+05:302008-07-14T17:58:03.378+05:30बहू के उत्पीड़न से तंग सास ने, बेटों के साथ, आत्महत्या कीमहोबा में, बहू द्वारा दहेज उत्पीड़न का झूठा मुकद्दमा दर्ज कराने और उसके बाद जेल जाने से शर्मशार एक मां ने अपने दो जवान बेटों के साथ कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने लड़के की पत्नी, साले, साली, सास और ससुर के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज किया है। आत्महत्या करने के 24 घंटे बाद तक मां सरमन, बेटे प्रमोद व आमोद के शव पलंग पर पड़े रहे। घर पर कोई हलचल न होने और आवाज देने पर भी कोई जवाब न आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया। 10 जुलाई की रात को पुलिस ने अंदर लगा ताला तोड़कर प्रवेश किया तो उसने तीनों को मृत अवस्था में पडे़ पाया।<br /><br />पुलिस ने 11 जुलाई को मृतक प्रमोद की पत्नी गायत्री उर्फ प्रेम कुमारी, साले दिलीप, सास फूलकली उर्फ कलावती, साली दयावती तथा ससुर भोलाराम के विरूद्ध धारा 306 के तहत मुकद्दमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस को 12 पृष्ठों का सुसाइड नोट मिला है। इसमें कहा गया है कि प्रमोद की पत्नी प्रेमकुमारी व उसके परिवारजनों द्वारा उनके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का झूठा मुकद्दमा पंजीकृत कराया गया था।<br /><span style="font-size:85%;"><span style="font-style: italic;">(</span><span style="font-style: italic;">समाचार</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">स्त्रोत</span><span style="font-style: italic;">: </span><span style="font-style: italic;">दैनिक</span><span style="font-style: italic;"> </span><span style="font-style: italic;">सहारा</span><span style="font-style: italic;">)</span></span>बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com8tag:blogger.com,1999:blog-5957809465761422866.post-75372146019047548182008-07-09T22:00:00.000+05:302008-07-09T22:00:00.073+05:30अपना बच्चा बेच दिया, पति का श्राद्ध कराने के लिएबिहार में एक गरीब महिला ने पति के श्राद्ध के लिए अपने जिगर के टुकड़े का सौदा कर लिया। बच्चा डेढ़ महीने का है। पुलिस ने बच्चे को एक बेऔलाद दंपति के हाथों में सौंपने से पहले ही महिला को पकड़ लिया। 20 वर्षीय पार्वती (बदला हुआ नाम) गया शहर के पटवा टोली की बताई गई है। सिविल लाइंस थाने के ऑफिसर इंचार्ज चंद्रशेखर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि उसके साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में उसका पड़ोसी नूरमणि सूरदास भी है जिसने बच्चे के लिए 10 हजार रुपए दिए थे।<br /><br />सिन्हा के मुताबिक पुलिस ने इन लोगों को गया कोर्ट परिसर में गिरफ्तार किया। ये लोग कागजी कार्रवाई के लिए गए थे। पार्वती के पति राजकुमार साव की कुछ दिन पहले ट्रेन से कट कर मृत्यु हो गई थी। नवभारत टाइम्स की ख़बर के अनुसार, पैसे न होने के कारण वह बच्चे को बेच कर पति का श्राद्ध करना चाहती थी। उसने पुलिस को बताया कि सूरदास ने उसे बच्चे के लिए 10 हजार रुपए दिए थे।बलबिन्दरhttp://www.blogger.com/profile/17445621491372314409noreply@blogger.com0