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Wednesday, 9 June 2010

दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बहू के साथ पोते और पोती को जहर दे दिया दादी अम्मा ने

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक सास ने कथित तौर पर दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर अपनी बहू के साथ पोते और पोती को जहर दे दिया। पोते-पोती की मौत हो गई जबकि बहू का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सहारनपुर के नूरबस्ती इलाके में हुई इस घटना में सास सन्नो(50) पर आरोप है कि मंगलवार को उन्होंने अपने पोते शादाब(4 माह) और पोती सानिया( 3 साल) को दूध में जहर मिलाकर मौत की नींद सुला दिया और बहू इमराना(29) को भी जहर देकर जान से मारने की कोशिश की। लेकिन, समय पर अस्पताल पहुंच जाने से उसकी जान बच गई।

पीड़ित बहू ने बयान दिया है कि उनकी सास दहेज के लिए प्रताड़ित करती थी। पिछले कुछ समय से वह लगातार मायके से पैसे मंगाने का दबाव बना रही थी, इस कारण उनके बीच झगड़ा भी हुआ था।

Monday, 11 January 2010

तीन महिलाओं की हवस के शिकार मरणासन्न वेटर को नदी में फेंका गया, पुलिस तलाशी में जुटी

पुलिस ने एक युवक का अपहरण करने और उसके साथ बलात्‍कार करने के आरोप में तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन महिलाओं पर आरोप है कि इन्होंने इस युवक के साथ चार दिनों तक बलात्‍कार किया और जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। पाकिस्‍तानी अखबार डेली टाइम्‍स के मुताबिक पीड़ित युवक की उम्र 23 वर्ष है और उसका नाम खलील मोहम्‍मद है। खलील, कराची के क्लिफटन (नीलम कॉलोनी) इलाके के एक छोटे से रेस्‍टोरेंट में वेटर का काम करता है। वह कुछ दिनों पहले ही रहिमयार खान शहर से कराची आया था।

पूछताछ में खलील ने बताया कि 27 जनवरी की रात को एक व्यक्ति ने रेस्‍टोरेंट में आकर कहा कि बाहर कार में बैठीं महिलाओं को खाना देकर आओ। ऑर्डर देने के बाद वह व्यक्ति कार की तरफ चला गया। खाना देने के लिए जैसे ही खलील कार की तरफ गया, कार में बैठीं महिलाएं ने कहा कि वह इस इलाके में नई हैं और उन्हें इलाके की जानकारी नहीं है। खलील के मुताबिक उनमें से दो महिलाएं लगभग 25 साल की थी, जबकि तीसरी 30 साल से ज्‍यादा उम्र की थी।

महिलाओं ने खलील से कहा कि वह उनके घर रोज खाना पहुंचा दिया करे और उनके साथ चलकर उनका घर देख ले। घर पहुंचने पर महिलाओं ने उसे पीने के लिए दूध दिया। जिसे पीने के बाद उसे नशा महसूस होने लगा। जैसे ही खलील को होश आया उसने देखा कि एक महिला उसके साथ अश्‍लील हरकतें कर रही थीं। कराची के अतिरिक्‍त पुलिस कमिश्‍नर असद रजा ने बताया कि महिलाओं ने चार दिन तक खलील के साथ दुराचार किया और उसके बाद उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। फिलहाल खलील की हालत काफी खराब है। उसके गुप्तांग से खून निकल रहा है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।

रजा के मुताबिक महिलाएं कराची के पॉश इलाके क्लिफटन की हैं और अमीर परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। रजा ने कहा कि मामला जटिल है पर उन्‍हें उम्‍मीद है कि वो जल्‍द ही उन महिलाओं को गिरफ्तार कर लेंगे।


Sunday, 20 December 2009

पति का दांतों पर ब्रश करने का ढंग पसंद नहीं : पत्नी ने तलाक मांगा

एक 24 वर्षीय महिला सिर्फ इस आधार पर अपने पति से तलाक चाहती है क्योंकि उसे अपने पति का दांतों पर ब्रश करने का ढंग पसंद नहीं है। वे एक साल से एक-—दूसरे को जानते हैं और उनकी शादी पिछली मई में ही हुई है।

इस महिला ने स्थानीय अदालत में तलाक के लिए अर्जी दे दी है। इसमें उसने कहा है, जिस तरीके से वह अपने दांत साफ करता है, मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है। मैं उसे कह-—कह कर थक गई हूं कि ब्रश ढंग से करे लेकिन वह है कि सुनता ही नहीं। यह किस्सा चांग क्विंग शहर की वांग नामक महिला और उसके पति का है।

Tuesday, 22 September 2009

प्रेमी के साथ मिलकर बेटी ने की अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या

हरियाणा के रोहतक में एक ही परिवार के सात लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दिए जाने के बाद हुई तफ्तीश में पुलिस को सच का पता चला तो सबके होश उड़ गए। कातिल कोई और नहीं बेटी निकली। कलंकित बेटी सोनम ने अपनी मां के दूध, पिता के प्यार और भाई-बहनों की मासूमियत का भी ख्याल नहीं किया। पूरे घर के सदस्यों को तड़पा-तड़पा कर मार डाला। जिस मां-बाप की गोद में बचपन बिताया उन्हें मौत के घाट उतारने में एक पल तक नहीं लगाया। सोनम ने हैवानियत की ये हद अपने प्रेमी नवीन को पाने के लिए पार की। और इस पूरी घटना को अंजाम देने में नवीन ने सोनम का बखूबी साथ दिया।

योजना के तहत सोनम ने खाने में नशीली गोलियां मिली दी। जब पूरा परिवार बेहोश हो गया तो तब दोनों ने मिलकर एक के बाद एक, माता-पिता सुरेंद्र और प्रोमिला, दादी भूरी, भाई अरविंद और तीन नाबालिग भाई-बहन विशाल, सोनिका और मोनिका, कुल सात जनों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। यही नहीं, योजना के अनुसार सोनम ने भी बाद में वही खाना खाया जिससे वो बेहोश हो गई और उसे रोहतक के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन जब जांच किया गया तो पता चला कि उसके दूध में जहर नहीं मिला था। लड़की के दादा तकदीरसिंह बच गए, क्योंकि उन्होंने बहुत कम खाना खाया था। वे जाहिर तौर पर इसलिए बच गए, क्योंकि वे घर के बाहर सो रहे थे।

दरअसल नवीन और सोनम के बीच लगभग एक साल से प्रेम संबंध था। पिछले साल 3 सितंबर को दोनों ने चुपचाप शादी भी कर ली। जब सोनम के घरवालों को प्रेम संबंध के बारे में पता चला तो उन्होंने सोनम पर निगरानी बढ़ा दी। घर वालों को सोनम का नवीन से मिलना जुलना पसंद नहीं था। सोनम के मां-बाप और दादी इस रिश्ते के आड़े आने लगे। लेकिन सोनम और नवीन किसी कीमत पर एक होना चाहते थे। प्यार का जुनून इनपर ऐसा सवार हुआ कि ये हैवानियत की हद पार कर गए। दोनों ने तय किया कि अगर घर वाले इन्हें मिलने नहीं देंगे तो फिर उन्हीं को रास्ते से हटाना जरूरी है।

और फिर 14 सितंबर की रात इन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया।

दरअसल नवीन भी उसी गांव का रहने वाला है जिस गांव की सोनम है। और दोनों का गोत्र भी एक ही है। ऐसे में एक ही गोत्र में शादी को लेकर घर वाले कभी राजी नहीं हो सकते थे।

हत्याकांड के खुलासे ने जनमानस को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। आखिर यह कैसा प्रेम जो किसी में इतनी घृणा भर दे कि वह अपना खानदान ही खत्म कर डाले। हाल में घटी कई अन्य घटनाएं बता रही हैं कि बेटियां हत्यारिन बन रही हैं। वस्तुस्थिति यह है कि फैशन की चकाचौंध और फिल्मी दुनिया की रंगीनियों से भटक चुकी इन लड़कियों को उनके नैतिक कर्तव्य, शिक्षा, करियर के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।

Saturday, 7 March 2009

झगड़ा हुआ तो पति का लिंग काट दिया !

झगड़े के बाद एक पत्नी को अपने पति पर इतना गुस्सा आया कि उसने अपने सोए हुए पति का लिंग काट दिया। पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के अमराइवाडी इलाके में यह घटना हुई। 1 मार्च की शाम कैलाशबेन मकवाना (23) का अपने पति कानुसिंह (23) से झगड़ा हो गया। इस पर कैलाशबेन को इतना गुस्सा आया कि उसने चाय में बेहोशी की दवा मिला कर पिला दी और बेहोशी छाने पर रसोई के चाकू से उसका लिंग काट दिया। कानुसिंह का काफी खून बह गया था। उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उनका दो घंटे तक ऑपरेशन चला।

डॉक्टरों का कहना है कि कानु की हालत अभी स्थिर है, लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। डॉ. गौतम के मुताबिक हमने स्किन ग्राफ्टिंग कर दी है। उन्हें पूरी तरह ठीक होने में 15-20 दिन लग सकते हैं। पुलिस ने कैलाशबेन को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पहले बताया पुलिस को बताया कि कुछ गहने गिरवी रखने को लेकर पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। बाद में यह खुलासा हुया कि इस आशंका में थी कि पति किसी दूसरी जवान महिला के फेर में उसे छोड़ न दे। 

मूल समाचार यहाँ पढ़ा जा सकता है।

Tuesday, 3 February 2009

अमीर परिवारों की महिलायों ने चार दिन तक युवक से बलात्कार किया: युवक की हालत बेहद खराब

 कराची पुलिस ने एक युवक का अपहरण करने और उसके साथ बलात्‍कार करने के आरोप में तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन महिलाओं पर आरोप है कि इन्होंने इस युवक के साथ चार दिनों तक बलात्‍कार किया और जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। पीड़ित युवक की उम्र 23 वर्ष है और उसका नाम खलील मोहम्‍मद है। 

पाकिस्तान के डेली टाइम्स की खबर है कि खलील, कराची के क्लिफटन (नीलम कॉलोनी) इलाके के एक छोटे से रेस्‍टोरेंट में वेटर का काम करता है। वह कुछ दिनों पहले ही रहिमयार खान शहर से कराची आया था। खलील ने बताया कि 27 जनवरी की रात को एक व्यक्ति ने रेस्‍टोरेंट में आकर कहा कि बाहर कार में बैठीं महिलाओं को खाना देकर आओ। ऑर्डर देने के बाद वह व्यक्ति कार की तरफ चला गया। खाना देने के लिए जैसे ही खलील कार की तरफ गया, कार में बैठीं महिलाएं ने कहा कि वह इस इलाके में नई हैं और उन्हें इलाके की जानकारी नहीं है। खलील के मुताबिक उनमें से दो महिलाएं लगभग 25 साल की थी, जबकि तीसरी 30 साल से ज्‍यादा उम्र की थी।

महिलाओं ने खलील से कहा कि वह उनके घर रोज खाना पहुंचा दिया करे और उनके साथ चलकर उनका घर देख ले। घर पहुंचने पर महिलाओं ने उसे पीने के लिए दूध जैसा द्रव दिया। जिसे पीने के बाद उसे नशा महसूस होने लगा। जैसे ही खलील को होश आया उसने देखा कि एक महिला उसके साथ अश्‍लील हरकतें कर रही थीं। महिलाओं ने चार दिन तक खलील के साथ दुराचार किया और उसके बाद उसे कय्यूमाबाद नदी के पास फेंक दिया। फिलहाल खलील की हालत काफी खराब है। उसके गुप्तांग से खून निकल रहा है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा है।

रजा के मुताबिक महिलाएं कराची के पॉश इलाके क्लिफटन की हैं और अमीर परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। 

मूल समाचार यहाँ देखा जा सकता है

Tuesday, 6 January 2009

सगी चाची के ट्रंक में मिली मासूम की लाश

बेऔलाद सगी चाची के ट्रंक में मिली, डेढ़ वर्षीय अजय की लाश ये साफ बयां करती है कि दस बरस से एक औरत औलाद के लिए किस तरह बिलबिला रही होगी और उसने ये दिल दहला देने वाला कदम भी उठा लिया। 21 जून 2007 को मासूम अजय का पहला व अंतिम जन्मदिन पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया. महिलाएं यह कहकर मुंह में चुन्नी डाल लेती हैं कि एक औरत मासूम को मार डालेगी, हाय उसकी आत्मा भी नहीं कांपी। मृतक मासूम अजय, पेशे से किसान अमरजीत सिंह का इकलौता पुत्र था।

बलकार सिंह की पहली पत्नी उर्मिला का करीब 12 बरस पहले निधन हो गया था और वह अपने पीछे दो बच्चे भी छोड़ गई थी, सुमित्रा से करीब दस बरस पहले उसका विवाह हुआ था। सुमित्रा को हर समय बच्चे की चाह लगी रहती थी, हालांकि उसका पति अपने दोनों बच्चों को उसे अपना बच्चा मानने के लिए कहता था, लेकिन ये बात कभी उसके गले नहीं उतरी

मृतक मासूम अजय की चार वर्षीय बहन मनीषा को यकीन नहीं आ रहा है कि उसके इकलौते भाई को उसकी चाची की हवस निगल गई है। वह स्तब्ध है और बार-बार पूछ रही है कि उसका भाई कहां है। दादी जमुना देवी और दादा दल सिंह भी उम्र के इस पड़ाव में ये सब देखकर बैचेन हैं। उनके लिए दोनों ही उनके बेटे हैं। इस उम्र में बहू उनके नाम पर इतना बड़ा कलंक लगाएगी, ये उन्होंने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा।