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Wednesday 9 July 2008

प्रेमी को उकसाकर मां ने कराया बेटे का कत्ल

जब मां को अपने बेटे से ज्यादा आशिक प्यारा लगने लगा तो उसने अपने ही बेटे को मौत की नींद सुला दिया। योजना को इतनी सफाई से अंजाम दिया गया कि पुलिस भी इस मामले में गुमराह हो गई। लेकिन मृतक आकाश के चाचा व गांव के लोगों की मदद से इस राज से पर्दा उठ गया। पुलिस ने इस मामले में मृतक आकाश की मां कमलेश सहित उसके प्रेमी आजाद को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने आजाद को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 15 जून को धतीर दूधौला रोड पर पुलिस को एक एस्टीम कार जली हुई हालत में मिली थी। पुलिस ने उस दौरान गाड़ी से एक युवक की लाश को भी बरामद किया था जो बुरी तरह से जल गई थी। बाद में गाड़ी नंबर से पता से पता चल सका कि यह गाड़ी पृथला गांव के रहने वाले आकाश की है। 15 जून को पुलिस ने गाड़ी में आग लगने का कारण गैस सिलेंडर का लीक होना माना था।

तफ्तीश के दौरान आकाश के चाचा विजय कुमार ने हत्या की आशंका जताई। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में कमलेश ने बताया कि जब आकाश 6 माह का था तो उसके पति वीर सिंह की मौत हो गई थी। उसके बाद उसने ज्ञानचंद की चूडि़यां पहन लीं। करीब दो साल पहले उसके और आजाद के बीच संबंध बन गए। आकाश इस बात का विरोध करता था। इसलिए कमलेश के इशारे पर उसके प्रेमी आजाद ने अपने दोस्त जोगेंद्र के साथ मिलकर आकाश की हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार आजाद ने बताया कि 15 जून को उसने आकाश को फोन करके छपरौला मोड़ पर बुलाया। आकाश कार लेकर पहुंचा जहां आजाद ने प्लान के अनुसार उसे शराब पिलाई। जब आकाश नशे में धुत हो गया तो दोनों ने उसे ड्राइवर सीट पर बैठा दिया। फिर गाड़ी पर तेल छिड़क दिया व गैस की पाइप निकाल दी। काफी दूर जाकर गाड़ी को आकाश सहित आग लगा दी। दोनों मौके से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में कमलेश व आजाद को गिरफ्तार कर लिया है तथा जोगेंद्र की तलाश कर रही है।

1 comment:

Unknown said...

बचपन में पढ़ा था, पूत कपूत भले हो जाए पर माता कभी कुमाता नहीं होती. लगता है कुछ माताओं को इस में विश्वास नहीं है. उन्हें पुत्र प्रेम से अधिक शारीरिक सुख अच्छा लगता है.