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Saturday 19 July 2008

जीजा ने शादी से इंकार किया तो साली ने भांजी का अपहरण कर प्रताड़ित किया

अपनी बहन की मौत के बाद साली ने जीजा से विवाह करने की इच्छा जताई। जीजा ने साली से विवाह करने से इनकार किया तो नाराज साली ने अपनी भांजी का अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद उस साली ने अपनी बहन की बेटी को तरह-तरह से प्रताड़ित किया। आखिरकार मुंब्रा पुलिस ने 14 साल आयशा को उसकी मौसी के चंगुल से छुड़ाया और मौसी के एक साथी को गिरफ्तार किया। फरार मौसी बदरूनिशा ने अग्रिम जमानत ले रखी है पुलिस उसकी जमानत अवधि खत्म होने का रास्ता देख रही है।

नवभारत टाइम्स की ख़बर है कि जहीर बेग अपनी बेटी आयशा व पत्नी के साथ मुंब्रा के कौसा परिसर में रहता था। साल 2004 में जहीर की पत्नी की मौत हो गई थी। पत्नी के मौत के बाद छोटी आयशा की देखभाल के लिए पिता जहीर ने दूसरा विवाह करने की सोची। जहीर की मृत पत्नी की बहन बदरूनिशा ने अपने जीजा के सामने स्वयं के विवाह का प्रस्ताव रखा। जीजा ने साली से विवाह करने से साफ इनकार कर दिया था। इसके बाद से नाराज बदरूनिशा ने जीजा से बदला लेने की ठान ली। पिछले दिनों मौका पाकर बदरूनिशा ने जहीर की बेटी आयशा का अपहरण कर लिया और उसे मीरा रोड स्थित अपने दोस्त इरफान के घर में कैद कर रख दिया। बदरूनिशा जीजा से बदला लेने के लिए अपहरण के बाद आयशा को प्रताडि़त करने लगी और आयशा से कहा कि वह पुलिस में अपने पिता के खिलाफ यौन प्रताड़ना का मामला दर्ज कराए।

इसी बीच आयशा ने अपनी मौसी बदरूनीशा के मोबाइल फोन से अपने पिता के मोबाइल पर कई बार मिस कॉल दिया। मिस्ड कॉल मिलता देख जहीर को संदेह हुआ और उसने यह बात मुंब्रा पुलिस को बताई। मुंब्रा पुलिस ने इस कॉल को ट्रेस किया और फिर मीरा रोड स्थित एक घर पर छापा मारकर वहां बंद आयशा को उसकी मौसी के चंगुल से मुक्त कराया। पुलिस ने वहां उपस्थित इरफान नामक युवक को धर दबोचा। आयशा को उसके पिता के हवाले किया गया है।

Monday 14 July 2008

बहू के उत्पीड़न से तंग सास ने, बेटों के साथ, आत्महत्या की

महोबा में, बहू द्वारा दहेज उत्पीड़न का झूठा मुकद्दमा दर्ज कराने और उसके बाद जेल जाने से शर्मशार एक मां ने अपने दो जवान बेटों के साथ कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने लड़के की पत्नी, साले, साली, सास और ससुर के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज किया है। आत्महत्या करने के 24 घंटे बाद तक मां सरमन, बेटे प्रमोद व आमोद के शव पलंग पर पड़े रहे। घर पर कोई हलचल न होने और आवाज देने पर भी कोई जवाब न आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया। 10 जुलाई की रात को पुलिस ने अंदर लगा ताला तोड़कर प्रवेश किया तो उसने तीनों को मृत अवस्था में पडे़ पाया।

पुलिस ने 11 जुलाई को मृतक प्रमोद की पत्नी गायत्री उर्फ प्रेम कुमारी, साले दिलीप, सास फूलकली उर्फ कलावती, साली दयावती तथा ससुर भोलाराम के विरूद्ध धारा 306 के तहत मुकद्दमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस को 12 पृष्ठों का सुसाइड नोट मिला है। इसमें कहा गया है कि प्रमोद की पत्नी प्रेमकुमारी व उसके परिवारजनों द्वारा उनके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का झूठा मुकद्दमा पंजीकृत कराया गया था।
(समाचार स्त्रोत: दैनिक सहारा)

Wednesday 9 July 2008

अपना बच्चा बेच दिया, पति का श्राद्ध कराने के लिए

बिहार में एक गरीब महिला ने पति के श्राद्ध के लिए अपने जिगर के टुकड़े का सौदा कर लिया। बच्चा डेढ़ महीने का है। पुलिस ने बच्चे को एक बेऔलाद दंपति के हाथों में सौंपने से पहले ही महिला को पकड़ लिया। 20 वर्षीय पार्वती (बदला हुआ नाम) गया शहर के पटवा टोली की बताई गई है। सिविल लाइंस थाने के ऑफिसर इंचार्ज चंद्रशेखर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि उसके साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में उसका पड़ोसी नूरमणि सूरदास भी है जिसने बच्चे के लिए 10 हजार रुपए दिए थे।

सिन्हा के मुताबिक पुलिस ने इन लोगों को गया कोर्ट परिसर में गिरफ्तार किया। ये लोग कागजी कार्रवाई के लिए गए थे। पार्वती के पति राजकुमार साव की कुछ दिन पहले ट्रेन से कट कर मृत्यु हो गई थी। नवभारत टाइम्स की ख़बर के अनुसार, पैसे न होने के कारण वह बच्चे को बेच कर पति का श्राद्ध करना चाहती थी। उसने पुलिस को बताया कि सूरदास ने उसे बच्चे के लिए 10 हजार रुपए दिए थे।

प्रेमी को उकसाकर मां ने कराया बेटे का कत्ल

जब मां को अपने बेटे से ज्यादा आशिक प्यारा लगने लगा तो उसने अपने ही बेटे को मौत की नींद सुला दिया। योजना को इतनी सफाई से अंजाम दिया गया कि पुलिस भी इस मामले में गुमराह हो गई। लेकिन मृतक आकाश के चाचा व गांव के लोगों की मदद से इस राज से पर्दा उठ गया। पुलिस ने इस मामले में मृतक आकाश की मां कमलेश सहित उसके प्रेमी आजाद को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने आजाद को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 15 जून को धतीर दूधौला रोड पर पुलिस को एक एस्टीम कार जली हुई हालत में मिली थी। पुलिस ने उस दौरान गाड़ी से एक युवक की लाश को भी बरामद किया था जो बुरी तरह से जल गई थी। बाद में गाड़ी नंबर से पता से पता चल सका कि यह गाड़ी पृथला गांव के रहने वाले आकाश की है। 15 जून को पुलिस ने गाड़ी में आग लगने का कारण गैस सिलेंडर का लीक होना माना था।

तफ्तीश के दौरान आकाश के चाचा विजय कुमार ने हत्या की आशंका जताई। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में कमलेश ने बताया कि जब आकाश 6 माह का था तो उसके पति वीर सिंह की मौत हो गई थी। उसके बाद उसने ज्ञानचंद की चूडि़यां पहन लीं। करीब दो साल पहले उसके और आजाद के बीच संबंध बन गए। आकाश इस बात का विरोध करता था। इसलिए कमलेश के इशारे पर उसके प्रेमी आजाद ने अपने दोस्त जोगेंद्र के साथ मिलकर आकाश की हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार आजाद ने बताया कि 15 जून को उसने आकाश को फोन करके छपरौला मोड़ पर बुलाया। आकाश कार लेकर पहुंचा जहां आजाद ने प्लान के अनुसार उसे शराब पिलाई। जब आकाश नशे में धुत हो गया तो दोनों ने उसे ड्राइवर सीट पर बैठा दिया। फिर गाड़ी पर तेल छिड़क दिया व गैस की पाइप निकाल दी। काफी दूर जाकर गाड़ी को आकाश सहित आग लगा दी। दोनों मौके से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में कमलेश व आजाद को गिरफ्तार कर लिया है तथा जोगेंद्र की तलाश कर रही है।

Wednesday 2 July 2008

हर ऑस्ट्रेलियाई औरत के 13 सेक्स पार्टनर: सर्वे कहता है

एक सर्वे के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में औरतों के औसतन 13 अलग-अलग सेक्स पार्टनर होते हैं। ऑनलाइन सर्वेक्षण के मुताबिक महिलाएं अपने पति और प्रेमी को गच्चा देकर अलग-अलग पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने की कोशिश करती हैं। इस कवायद के पीछे अपनी काम-क्रीडा फंतासियों को सच करने की मानसिकता काम करती है।

The Daily Telegraph में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सर्वेक्षण यह भी दावा करता है कि प्रत्येक तीन में से एक महिला को जबरन शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करना पड़ा है। ज्यादातर मामलों में उनकी जान-पहचान के पुरुषों ने ऐसा किया। सर्वे के नतीजों पर आधारित एक किताब में ऑस्ट्रेलियाई औरतों के सेक्स जीवन में यौन उत्पीड़न से जुड़े औरतों के तमाम अनुभव दर्ज किए गए हैं। इसे फिल्म विकास अधिकारी जॉन सॉअर्स ने लिखा है। सर्वे में हर उम्र की दो हजार औरतों ने अपने अच्छी, बुरी और अत्याचार के तहत की गई काम-क्रीडा़यों को कहानियों और विचारों के जरिए जाहिर किया है।

इसके मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में नियमित तौर पर प्रत्येक चार में से एक महिला अश्लील फिल्में देखती है। लगभग 61 फीसदी महिलाएं कम से कम महीने में एक बार हस्तमैथुन करती हैं। हर पांच में से एक महिला ने सेक्स करने के दौरान विडियो रिकॉर्डिंग की है, यानी अपना ख़ुद का सेक्स टेप तैयार किया है। सर्वे में दावा किया गया है कि महिलाओं में अलग-अलग लोगों के साथ सेक्स करने की चाहत तेजी से बढ़ रही है। कई महिलाओं को अपनी सेक्स लाइफ रूखी होने की शिकायत है। तीन में से एक महिला को ही कभी-कभी चरमसुख महसूस हुआ है। लगभग आधी ( 49 फीसदी) महिलाओं ने कहा है कि जब भी मौका मिले, हम सेक्स करना चाहेंगे। जॉन का कहना है कि कई महिलाएं भावनात्मक संबंधों की तलाश में रहती हैं, लेकिन ज्यादातर को ऐसे साथी की तलाश है जो बिस्तर पर ठीक से प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हों। उन्हें ऐसे पुरुष चाहिए जो ज्यादा वक्त तक प्यार करने में सक्षम हों। हालांकि इन बेबाक ख्यालों वाली औरतों ने सेक्स के पहले भावनात्मक करीबी की चाह भी प्रकट की है।

जॉन के मुताबिक औरतों को यह समझना होगा कि उनकी आवाज और ख्याल ही उनके सबसे कामुक अंग हैं। जब तक वे अपनी कल्पनायों और जरूरतों के बारे में नहीं बताएंगी, पुरुषों को कैसे पता चलेगा। औरतें चरमसुख महसूस करने का दिखावा तो करेंगी, लेकिन अपनी कामुक जरूरतों के बारे में साथी से बात नहीं करेंगी।

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The average Australian woman has 13 different sex partners in her life, a major online survey has found. Women are also cheating more on husbands and boyfriends, are becoming more sexually experimental and are exploring porn.

Men needed to be "trained" on good sex techniques, but also how to treat women appreciably.

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