बच्चों का सुख हासिल करने के लिए एक व्यक्ति ने अपनी पहली पत्नी की सहमति से दूसरी शादी रचाई। फिर दो साल तक बच्चे होने का इंतजार किया। लेकिन पहली पत्नी को सौतन की खुशी बर्दाश्त नहीं हुई और उसने बिना वजह झगड़ा कर उसके पेट में इतनी लातें मारीं, जिससे उसके पेट में पल रहे जुड़वां बच्चे गिर गए। फाजिल्का के महिंदर की यह दूसरी शादी थी। पहली पत्नी दारो बाई से बच्चा न होने के चलते उसने दारो बाई की सहमति से दूसरी शादी की। पहले तो सब ठीकठाक चलता रहा। दो साल बाद जब रानो के गर्भ में छह महीने के दो जुड़वां बच्चे पल रहे थे, तो दारो बाई से सौतन की खुशी बर्दाश्त नहीं हुई। वह कई दिनों से रानो बाई से बात-बात पर झगड़ती थी। बीते शनिवार की शाम दारो बाई ने पति महिंदर सिंह की गैरहाजिरी में रानो से झगड़ा किया और उसे जमीन पर गिराकर उसके पेट में लातें मार-मारकर उसके पेट में पल रहे दोनों बच्चे गिरा दिए।
सूचना मिलने पर माहला राम ने खून से लथपथ रानो को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने रानो के बयान दर्ज कर उसकी सौतन दारो बाई के खिलाफ भादंसं की धारा 316 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
महिंदर सिंह दारो बाई की करनी से बेहद क्षुब्ध है। वह अस्पताल बैठा हुआ लगातार रो रहा है।
3 comments:
बहुत दूखद, यह सब ठेके दारनियां कहां गई,
vakai bhut dukhad ghatana hai.
क्या महिंदर सिंह के विरुद्ध बहुविवाह का केस दर्ज किया गया?
घुघूती बासूती
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